आज प्रत्येक व्यक्ति "इंटरनेट" शब्द से परिचित होगा और इसका प्रयोग भी जरूर करता होगा। आज लोग अपने कार्यो को जैसे - पैसों का लेनदेन, ऑनलाइन एडमिशन, ऑनलाइन टिकट बुक इत्यादि। इंटरनेट के माध्यम से बहुत सरलता से पूरा कर लेते हैं।
इस बढ़ते प्रयोग के साथ-साथ इंटरनेट अपराध का भी तेजी से विकास हुआ है। इंटरनेट के द्वारा ऑनलाइन डाटा का आदान प्रदान किया जाता है और इस डाटा को कुछ लोग बिना इजाजत के चुरा लेते हैं। जिन्हें साइबर क्रिमिनल या साइबर अपराधी के नाम से भी जानते हैं। इंटरनेट पर हो रहे अपराधों या हमलो को "साइबर हमला" कहा जाता है।
इंटरनेट पर साइबर क्राइम बहुत ज्यादा बढ़ चुका है। जो सभी इंटरनेट उपयोगकर्ता के लिए बहुत हानिकारक है। साइबर क्रिमिनल की गलत गतिविधियों से बचने के लिए "साइबर सिक्योरिटी" को बनाया गया है। इस लेख में जानेंगे कि साइबर सुरक्षा क्या है? (Cyber Security Kya Hai in Hindi) और साइबर सिक्योरिटी के बारे में संपूर्ण ज्ञान आपको प्रदान करेंगे।
साइबर सिक्योरिटी क्या है? इसके बारे में अधिक जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें। क्योंकि इसमें आप जानेंगे कि साइबर सुरक्षा की परिभाषा, साइबर सुरक्षा क्यों आवश्यक है?, साइबर हमला क्या है?, साइबर अटैक के प्रकार, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट कैसे बने?, साइबर सिक्योरिटी क्या होता है?, साइबर सुरक्षा में करियर कैसे बनाये? इत्यादि जैसी अनेकों जानकारी आपको इस लेख में मिल जाएगी।
साइबर सुरक्षा क्या है? (Cyber Security Kya Hai in Hindi)
साइबर सिक्योरिटी एक प्रकार की सुरक्षा होती है। जिसका कार्य इंटरनेट से जुड़े डिजिटल डिवाइस के डाटा को सुरक्षा प्रदान करना होता है। साइबर सुरक्षा द्वारा इंटरनेट पर हो रही गलत गतिविधियों को रोका जाता है। जिसे इंटरनेट उपयोगकर्ता को अपने डाटा की हानि ना हो पाए। यह सुरक्षा कंप्यूटर, सर्वर, मोबाइल और नेटवर्क को इंटरनेट पर हो रहे साइबर हमलो से बचाता है।
साइबर सुरक्षा को "इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी" और "टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी" नामों से भी जाना जाता है।
साइबर सिक्योरिटी दो शब्दों से मिलकर बना है। जिसमें पहला शब्द "साइबर" जो इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी व कंप्यूटर को दर्शाता है। वही दूसरा शब्द "सिक्योरिटी" जो सुरक्षा से संबंधित है। यह इंटरनेट सिक्योरिटी, इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी को दर्शाता है। यह दोनों शब्द मिलकर साइबर सिक्योरिटी कहलाता है। जो इंटरनेट सुरक्षा से जुड़ा है।
इंटरनेट पर अनेकों प्रकार के साइबर अपराध को किया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस व सॉफ्टवेयर की सहायता से हैकर किसी कंप्यूटर सिस्टम में प्रवेश कर लेते हैं और वह उपयोगकर्ता की इजाजत के बिना उनकी सभी जरूरी फाइल तथा डाटा को चुरा लेते हैं। हैकर पैसे या जानकारी प्राप्त करने के लिए यह कार्य करते है। इस प्रकार के हैकर को अनइथिकल हैकर कहा जाता है।
साइबर सिक्योरिटी का मुख्य कार्य इंटरनेट पर साइबर हमलों को रोकना होता है। यह सुरक्षा एक जाल की तरह होता है। जो अनेक सुरक्षा पर्तो की सहायता से कंप्यूटर व नेटवर्क की रक्षा करता है। Data Protection Act 2018 के अनुसार सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी को भी साइबर सुरक्षा का ध्यान रखना होता है। इसलिए सॉफ्टवेयर को ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए उन्हें समय पर अपडेट करते रहना होता है।
तो अब तक आप जान गए होंगे कि साइबर सुरक्षा क्या है? तो चलिए आपका ज्ञान बढ़ाते हैं और इसके बारे में अधिक जानते हैं।
साइबर सुरक्षा की परिभाषा क्या है? (Definition of Cyber Security in Hindi)
साइबर सुरक्षा एक इंटरनेट सुरक्षा होती है। जो इंटरनेट उपयोगकर्ता के सिस्टम को डाटा सुरक्षा प्रदान करता है। यह किसी कंप्यूटर सिस्टम को अन अधिकारी एक्सेस व डाटा थेफ्ट से बचाता है। यह उपयोगकर्ता के डाटा को गोपनीयता प्रदानकरता है। इसलिए इसे "इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी" नाम से भी जाना जाता है।
साइबर सुरक्षा की विशेषताएं
- साइबर सुरक्षा इंटरनेट उपयोगकर्ता के डाटा को सुरक्षा व गोपनीयता प्रदान करता है।
- इस सुरक्षा के द्वारा कंप्यूटर में मैलवेयर जैसे हानिकारक प्रोग्राम सरलता से प्रवेश नहीं कर पाते है।
- यह सुरक्षा कंप्यूटर सिस्टम को अनेक प्रकार के साइबर हमलो से बचाता है।
- इसके द्वारा नेटवर्क में हो रही गलत गतिविधियों पर ध्यान दिया जाता है और नेटवर्क को सुरक्षित किया जाता है।
साइबर सुरक्षा क्यों आवश्यक है? (Why is Cyber Security Needed?)
इंटरनेट कि इस दुनिया में साइबर सुरक्षा का होना बहुत आवश्यक है। क्योंकि कोई नहीं चाहेगा कि उसका जरूरी डाटा किसी हैकर के पास उपस्तित हो जो इस डाटा का गलत प्रयोग करें। आज हम इंटरनेट पर अगर इतनी सरलता से किसी भी कार्य को कर पा रहे हैं तो यह केवल साइबर सुरक्षा की सहायता से मुमकिन हुआ है।
इंटरनेट ने वर्तमान दुनिया को एक साथ जोड़ रखा है। जिसे संचार बहुत सरल हो गया है और इस प्रक्रिया को अधिक सरल साइबर सुरक्षा ने बनाया है।
"Riskbased Security" की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2019 में लगभग 7.9 अरब डाटा सुरक्षा नियमो का उल्लंघन किया गया। इस रिपोर्ट के अनुसार यह अकड़ा बढ़ता जा रहा है। यह एक आश्चर्यजनक बात है। हैकर किसी सिस्टम में प्रवेश कर उस वयक्ति, संस्था, अस्पताल तथा फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी से डाटा को चुराते है और उनका दुष प्रयोग करते है।
आज रोजाना इंटरनेट पर अनेकों साइबर हमले होते हैं। इन हमलों के शिकार आप भी हो सकते हैं। ये साइबर अपराधी सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन करके जरूरी जानकारी चुरा लेते हैं। जिसका गलत प्रयोग किया जाता है। वर्तमान समय अनेक लोग इंटरनेट का प्रयोग करते है और साइबर सुरक्षा हर समय इन उपयोगकर्ताओं के डाटा की रक्षा करती है।
चलिए कुछ निम्नलिखित साइबर सुरक्षा की आवश्यकताओं के बारे में जानते हैं।
- साइबर सुरक्षा किसी नेटवर्क को सुरक्षा प्रदान करता है। जिससे वह नेटवर्क सुरक्षित रहता है और नेटवर्क में किए गए सभी हमलो को रोकता है।
- साइबर सुरक्षा इंटरनेट उपयोगकर्ता के डिवाइस, कंप्यूटर, सर्वर इत्यादि के डाटा को भी सुरक्षा प्रदान करता है।
- साइबर सुरक्षा कंप्यूटर सिस्टम के यूजर परमिशन के बिना अन आधारित एक्सेस को रोकता है।
- साइबर सुरक्षा अपने अलग-अलग सुरक्षा प्रकार की सहायता से किसी कंप्यूटर सिस्टम को सुरक्षा प्रदान करता है।
अब आप जान चुके होंगे कि साइबर सुरक्षा द्वारा आपके महत्वपूर्ण डेटा की रक्षा करी जाती है। जिसे यह जानकारी किस गलत व्यक्तियों के हाथों में ना जा पाए। आपने यह भी समझ लिया होगा कि साइबर सुरक्षा क्या है? (Cyber Security Kya Hota Hai) तो चलिए आपको कुछ जानकारी साइबर हमले के बारे में भी प्रदान कर देते हैं। जैसे - यह साइबर हमला क्या है?
साइबर अटैक क्या है? (Cyber Attack in Hindi)
साइबर अटैक एक प्रकार का अपराध होता है। जिसे इंटरनेट द्वारा किया जाता है। इस अपराध को करने वाला व्यक्ति "साइबर क्रिमिनल" कहलाते हैं। साइबर क्रिमिनल इलेक्ट्रॉनिक टूल्स व सॉफ्टवेयर के द्वारा इंटरनेट उपयोगकर्ता के कंप्यूटर सिस्टम तथा नेटवर्क को संक्रमित कर देते हैं और उस सिस्टम से सभी जरूरी डेटा या जानकारियों को चुरा लेते हैं। डाटा की चोरी करने के बाद ये अपराधी कंप्यूटर उपयोगकर्ता से पैसे की माँग करते है।
आज रोज इंटरनेट पर अलग-अलग प्रकार के साइबर हमले किए जाते हैं। जिसकी सहायता से अपराधी किसी कंप्यूटर सिस्टम को डिसेबल या लॉक भी कर सकते है। इन प्रकार के हमलो को करने के लिए। साइबर क्रिमिनल अलग-अलग प्रकार के साइबर अटैक का प्रयोग करते हैं। जिन के बारे में आगे चर्चा करेंगे।
साइबर अटैक के प्रकार कितने है? (Types of Cyber Attacks)
साइबर अटैक की संख्या समय के साथ-साथ बढ़ती जा रही है। यह साइबर हमले कुछ गलत प्रोग्राम व उपयोगकर्ता के कार्यों द्वारा कंप्यूटर सिस्टम और डेटाबेस में प्रवेश हो जाते है। जिसके बाद यह अपने शिकार किए कंप्यूटर से डाटा को चुराकर या गलत प्रयोग करके पूरे कंप्यूटर सिस्टम और उपयोगकर्ता को हानि पहुँचते है।
तो चलिए जानते है। कुछ साइबर अटैक के प्रकार के बारे में, किस तरह साइबर क्रिमिनल अलग अलग प्रकार के साइबर हमलो का प्रयोग करके कंप्यूटर सिस्टम को संक्रमित कर देते हैं।
Malware
मैलवेयर एक प्रकार का दुष्ट या गलत प्रोग्राम किया गया सॉफ्टवेयर होता है। जिसके द्वारा अपराधी कंप्यूटर सिस्टम में प्रवेश करके डाटा नियमों का उल्लंघन करता है। इंटरनेट पर अलग-अलग प्रकार के मैलवेयर उपलब्द है। जिन्हे हम वायरस, रैंसमवेयर, स्पाइवेयर और एडवेयर इत्यादि नामों से जानते हैं।
इस प्रकार के दुष्ट प्रोग्राम को फैलने के लिए लिंक, ईमेल और डाउनलोड साइट का प्रयोग किया जाता है। जब कोई व्यक्ति इन लिंक पर क्लिक करता है। उस समय यह मैलवेयर कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाता है। जो कंप्यूटर सिस्टम के लिए बहुत हानिकारक होता है।
Phishing
फिशिंग एक साइबर हमला होता है। इस प्रकार के हमलो में साइबर क्रिमिनल एक असली लगने वाले नकली वेब पेज को बनाते है। इस वेब पेज को ईमेल व लिंक की सहायता से शेयर किया जाता है। अगर गलती से कोई व्यक्ति इस लिंक पर क्लिक करे। तो क्रिमिनल उस वेब पेज की सहायता से कुछ निजी जानकारियाँ चुरा लेता है। जैसे - क्रेडिट कार्ड डिटेल व कोई अकाउंट डिटेल इत्यादि।
Man In The Middle Attack
इस प्रकार के साइबर हमले में अपराधी किन्हीं दो व्यक्तियों के नेटवर्क संचार के बीच हस्तक्षेप करता है। जिसके द्वारा नेटवर्क से जुड़े दोनों व्यक्तियों के बीच हो रहे सभी डाटा ट्रांसफर को चुराया जा सकता है। इस हमले को करने के लिए साइबर क्रिमिनल कुछ असुरक्षित वई-फई का प्रयोग करता है।
SQL Injection
SQL एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। इस लैंग्वेज की सहायता से रिलेशनल डेटाबेस को मैनेज किया जाता है। ज्यादा जाने के लिए पढ़े SQL क्या है? इस SQL के प्रयोग द्वारा डेटाबेस में कुछ गलत कोड डालकर हैकर डेटाबेस में प्रवेश कर लेता है। इसके बाद वह डेटाबेस से जरूरी जानकारी चुरा लेता है। डेटाबेस में अनेक संस्था व लोगों का डाटा स्टोर होता है। जिसका चोरी हो जाना एक हानिकारक बात है।
साइबर हमले से कैसे बचे? (How to Avoid Cyber Attacks)
आपने जाना कि साइबर सुरक्षा क्या है? परंतु क्या आप जानते हैं। केवल साइबर सुरक्षा द्वारा आप अपने सिस्टम को सुरक्षित नहीं रख सकते। इसके लिए आपको इंटरनेट चलाते समय कुछ समझदारीया बरतनी होगी। क्योंकि केवल साइबर सुरक्षा द्वारा कंप्यूटर सिस्टम व इंटरनेट को सुरक्षित नहीं बनाया जा सकता।
इसलिए आपको और साइबर सुरक्षा को मिलकर कार्य करना पड़ेगा नहीं तो आप भी किसी साइबर हमले का शिकार बन सकते हैं।
तो चलिए जान लेते हैं नियमों का पालन करके आप साइबर हमले से कैसे बचे निम्नलिखित हैं।
- साइबर अटैक से बचने के लिए हमेशा अपने सिस्टम सॉफ्टवेयर को अपडेट रखना चाहिए। क्योंकि सॉफ्टवेयर को मजबूत बनाने के लिए। उसे समय-समय पर अपडेट किया जाता है। जिससे पिछले वर्जन में रही कमियों को हटाया जा सके।
- कंप्यूटर में एंटीवायरस का प्रयोग करना चाहिए। एंटीवायरसएक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम होता है। यह सॉफ्टवेयर सिस्टम को सभी प्रकार के मैलवेयर हमलो से बचाता है और यह समय-समय पर सिस्टम की जांच भी करता रहता है।
- इंटरनेट का प्रयोग करते समय हमे किसी पायरेटेड या गलत साइट पर जाकर किसी फाइल या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसे कंप्यूटर सिस्टम में अनचाहे प्रोग्राम प्रवेश कर लेते हैं। जो कंप्यूटर पर साइबर हमले कर सकते हैं।
- कंप्यूटर में कई बार साइबर हमलो द्वारा स्टोर हुए डाटा डिलीट कर दिया जाता हैं। इसलिए स्टोर डाटा का बैकअप रखना चाहिए।
- ऑपरेटिंग सिस्टम में उपलब्ध फ़ायरवॉल को डिसएबल नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह फायरवॉल नेटवर्क हमलो को कंप्यूटर में प्रवेश नहीं करने देता है।
- इंटरनेट उपयोगकर्ता को कभी किसी अनचाहे व अन आधारित लिंक पर क्लिक नहीं करना करके चाहिए। इन लिंक को ओपन करके अपनी पर्सनल डिटेल नहीं भरना चाहिए। क्योंकि यह लिंक किसी साइबर क्रिमिनल द्वारा बनाया गया हो सकता है।
- इंटरनेट उपयोगकर्ता रोजाना अपने सोशल अकाउंट या अन्य अकाउंट एक्सेस करते हैं। उन्हें हमेशा ध्यान देना चाहिए कि वह किसी सरल पासवर्ड जैसे - 123456, 1234, अपना नाम इत्यादि का प्रयोग ना करें।
अब आप जान गए होंगे कि साइबर सुरक्षा क्या है? (Cyber Security Kya Hai in Hindi?), साइबर हमला क्या होता है और इसके कितने प्रकार होते हैं? तो अब जान लेते हैं कि साइबर सुरक्षा के कितने प्रकार होते हैं?
साइबर सिक्योरिटी कितने प्रकार के होते है? (Types of Cyber Security in Hindi?)
साइबर सुरक्षित इंटरनेट सुरक्षा से संबंधित है। इस सुरक्षा की सहायता से इंटरनेट पर हो रहे गलत गतिविधियों को रोका जाता है। यह अनेक सुरक्षा पत्तों की तरह है। जिसमें प्रत्येक पत्तों अलग-अलग प्रकार की सुरक्षा प्रदान करते हैं और इन्हें साइबर सिक्योरिटी के प्रकार या साइबर सिक्योरिटी के तरीके भी कहते हैं। तो चलिए जानते हैं। इसके बारे में
Network Security
यह साइबर सुरक्षा किसी नेटवर्क में प्रस्तुत अनचाहे प्रोग्राम हमले व गतिविधियों को रोकता है और यह नेटवर्क में प्रस्तुत डाटा को भी सुरक्षित रखता है।
Cloud Security
इस सुरक्षा को क्लाउड कंप्यूटर सुरक्षा कहा जाता है। इस प्रकार की सुरक्षा में किसी क्लाउड बेस्ड सर्विस या क्लाउड डेटाबेस को सुरक्षित रखा जाता है। क्योकि क्लाउड सिस्टम में रखा डाटा एक लंबे समय तक ऑनलाइन सर्वर में स्टोर रहता है। जिसे सुरक्षा प्रदान करना बहुत आवश्यक होता है।
Application Security
आज दुनिया के प्रत्येक फोन में दर्जनों एप्लीकेशन का प्रयोग किया जाता है। इसलिए इनकी सुरक्षा बहुत जरूरी है। क्योंकि एप्लीकेशन में यूजर का डाटा स्टोर रखा जाता है। एप्लीकेशन निर्माता कंपनी समय-समय पर एप्लीकेशन की सुरक्षा मजबूत करने के लिए। इन्हे अपडेट करते रहते है। जिस वजह से पुराने सभी कमजोर सुरक्षा को हटाकर नए मजबूत सुरक्षा प्रदान करी जाती है।
Data Security
प्रत्येक कंपनी अपना व अपने कस्टमर की डाटा को सुरक्षित करने के लिए डाटा सिक्योरिटी सिस्टम का प्रयोग करते हैं। इस सुरक्षा में किसी डाटा को सुरक्षित किया जाता है। जिसे डेटा की चोरी ना हो सके।
Database and Server Security
आज ऑनलाइन उपस्थित हर प्रकार का डाटा किसी ना किसी डेटाबेस में स्टोर होता है और इस डेटाबेस को सुरक्षा प्रदान करने के लिए डेटाबेस और सर्वर सिक्योरिटी का प्रयोग किया जाता है। क्योंकि किसी डेटाबेस में एक समय में अनेक व्यक्तियों व संस्थाओं का डाटा स्टोर होता है। जिसके चोरी हो जाने पर भारी नुकसान हो सकता है।
Password Security
साइबर सुरक्षा में पासवर्ड सिक्योरिटी का प्रयोग बहुत अधिक किया जाता है। आज रोजाना अनेक अकाउंट इंटरनेट पर बनाए जाते हैं। जिन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक पासवर्ड का प्रयोग किया जाता है। इस सही पासवर्ड की सहायता से ही किसी अकाउंट को खोला जा सकता है।
तो यह कुछ साइबर सुरक्षा के प्रकार हैं। जिनके बारे में आपको जाना जरूरी था। तो चलिए साइबर सुरक्षा कैसे कार्य करता है? यह भी जान लेते हैं।
साइबर सुरक्षा कैसे कार्य करता है? (How Cyber Security Works in Hindi?)
साइबर सुरक्षा किसी नेटवर्क या कंप्यूटर को अनेक सुरक्षा पर्तो की सहायता से सुरक्षित बनाता है। साइबर सुरक्षा प्रदान करने के लिए दुनिया में आज अनेकों कंपनियां उपलब्ध है। जो पैसे लेकर कंपनी को साइबर सिक्योरिटी सर्विस प्रदान करती है।
इन सभी कंपनियों के पास अपने अलग-अलग साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट टीम होती है। जो किसी भी साइट या ऑनलाइन बिजनेस से पैसे प्राप्त करके उसे साइबर सिक्योरिटी प्रदान करते हैं। यह साइबर एक्सपर्ट टीम इंटरनेट पर हो रहे गलत डाटा उल्लंघन गतिविधियों का जांच कर करके उन्हें सुरक्षा प्रदान करती है।
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट कैसे बने? (Cyber Security Expert Kaise Bane)
आने वाला आधुनिक समय इंटरनेट की सहायता से विकास करेगा। इसलिए आज इंटरनेट पर साइबर सुरक्षा एक्सपोर्ट की डिमांड बहुत अधिक हो गई है और अगर आप साइबर सुरक्षा में दिलचस्पी रखते हैं। तो आप जरूर जानना चाहेंगे कि एक साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट कैसे बने?
साइबर एक्सपर्ट बनने के लिए आपका इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी में दिलचस्पी होनी चाहिए। जिसके बाद आप अपनी 10वीं या 12वीं को पूरा करके साइबर सिक्योरिटी डिप्लोमा कर सकते हैं। साइबर सुरक्षा के बारे में अधिक जानने के लिए आप इसमें डिग्री भी प्राप्त करे सकते है। जिसके लिए आप B.Tech इन इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस और साइबर सिक्योरिटी एंड फॉरेंसिक कर सकते है।
साइबर सिक्योरिटी की पढ़ाई के साथ-साथ आपको अपने स्किल्स को बेहतर करते रहना होगा जिससे आप एक अच्छे साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट बन सकते हैं।
साइबर सुरक्षा में करियर कैसे बनाये?
अनेको देश आज इंटरनेट का जमकर प्रयोग कर रहे है। जिस वजह से इंटरनेट अपराध भी बढ़ता जा रहे हैं। भारत में इंटरनेट का विकास बहुत तेजी से हुआ है। जिस कारण भारत में साइबर सुरक्षा का भविष्य बहुत उज्ज्वल है।
आज अनेक कंपनियां अपने सिस्टम को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए बहुत से साइबर एक्सपर्ट को रखते हैं जिन्हें एक अच्छी वेतन प्राप्त होती है। इसलिए साइबर सुरक्षा का भविष्य भारत में बहुत उज्ज्वल है।
साइबर सुरक्षा के फायदे (Advantages of Cyber Security in Hindi?)
- साइबर सुरक्षा इंटरनेट उपयोगकर्ता के नेटवर्क और डाटा को सुरक्षित रखता है।
- यह इंटरनेट पर अनेक प्रकार के साइबर हमलों से यूजर को बचाता है।
- यह कंप्यूटर सिस्टम को वायरस या मैलवेयर जैसे हानिकारक प्रोग्राम से बचाता है।
- यह उपयोगकर्ता के कंप्यूटर को हैककर और लॉक होने से बचाता है।
कुछ पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ About Cyber Security)
प्रश्न 1 - कौन सा सॉफ्टवेयर साइबर थ्रेट से बचा सकता है?
कंप्यूटर सिस्टम को साइबर थ्रेट से बचने के लिए एंटीवायरस और फ़ायरवॉल नामक सॉफ्टवेयर का बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है।
एंटीवायरस एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है। कंप्यूटर उपयोगकर्ता ऑनलाइन या मार्केट से इस सॉफ्टवेयर को खरीद कर अपने सिस्टम में इनस्टॉल करता है। यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर को सुरक्षा प्रदान करता है। जिसके अंतर्गत सिस्टम में किसी मालवेयर प्रोग्राम को प्रवेश करने से रोका जाता है और यह समय समय पर कंप्यूटर की जाँच करता रहता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम में प्रस्तुत फायरवॉल सॉफ्टवेयर सभी कंप्यूटर सिस्टम में पहले से इंस्टॉल रहते हैं। फायरवॉल नेटवर्क में हो रहे किसी भी साइबर हमले व घुसपैठ से नेटवर्क को बचाता है। यह कंप्यूटर में प्रस्तुत सभी डाटा जानकारियों को सुरक्षित रखता है।
प्रश्न 2 - साइबर सिक्योरिटी कोर्स कैसे करें?
भारत में आज साइबर सिक्योरिटी का भविष्य बहुत ज्यादा उज्जवल है। विद्यार्थी 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद साइबर सिक्योरिटी विष्य में आगे पढ़ सकते हैं। इसके लिए आप कोई कोर्स या डिप्लोमा कर सकते हैं। एक अच्छा व बेहतरीन साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट बने के लिए आप साइबर सिक्योरिटी में डिग्री (B. Tech) हासिल कर सकते हैं।
इसके बाद आप साइबर सिक्योरिटी मास्टर डिग्री भी कर सकते हैं। अगर आप साइबर सिक्योरिटी में और ज्यादा पढ़ाई करना चाहते हैं। तो आप मास्टर डिग्री (M. Tech) प्राप्त करने के बाद पीएचडी कर सकते हैं।
प्रश्न 3 - साइबर सिक्योरिटी कोर्स कितने साल का होता है?
आज देश ने अनेकों संस्थाएं हैं। जो साइबर सिक्योरिटी कोर्स उपलब्ध कराती हैं। आप 12वीं कक्षा पास करके साइबर सिक्योरिटी कोर्स कर सकते हैं। साइबर सिक्योरिटी कोर्स करने का अधिकतम साल 6 महीने से 1 साल तक होती है। जिसके बाद आप साइबर सिक्योरिटी में आगे पढ़ाई भी कर सकते हैं।
प्रश्न 4 - साइबर सुरक्षा के लिए सबसे अच्छी प्रोग्रामिंग भाषा क्या है?
साइबर सुरक्षा में प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का ज्ञान बहुत महत्वपूर्ण होता है। किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के ज्ञान बिना आप साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट नहीं बन सकते है। आपको कम से कम किसी एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का अच्छे से ज्ञान होना बहुत जरूरी है। साइबर सुरक्षा के लिए सबसे अच्छी प्रोग्राम भाषा यह हैं। - पाइथन, जावा, सी, एसक्यूएल, रूबी इत्यादि।
ये सभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज साइबर सिक्योरिटी के लिए प्रयोग की जाती है। इसके साथ ही अनेकों अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। जिनका प्रयोग साइबर सिक्योरिटी में किया जाता है।
प्रश्न 5 - क्या आज के दौर में हर व्यक्ति को साइबर सुरक्षा के बारे में जानकारी रखनी चाहिए?
साइबर सुरक्षा का ज्ञान प्रत्येक व्यक्ति को होना बहुत जरूरी है। अगर आप इंटरनेट का प्रयोग बहुत अत्यधिक करते हैं और इसकी सहायता से आप अपने रोज के कार्यों को किया करते हैं। तो यह बहुत आवश्यक है कि आपको साइबर सिक्योरिटी की ज्ञान होने होना चाहिए।
इंटरनेट उपयोगकर्ता को अगर साइबर सिक्योरिटी का ज्ञान नहीं होगा। तो वह किसी गलती के कारण साइबर हमले का शिकार बन सकता है।
आज आपने क्या सीखा
इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद आप जान गए होंगे कि साइबर सुरक्षा क्या है? (What is Cyber Security in Hindi), साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट कैसे बने (Cyber Security Expert Kaise Bane) और साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी अनेकों जानकारियां आपने इस लेख में जरूर पढ़ी होंगी। जैसे साइबर सुरक्षा के कितने प्रकार होते हैं, साइबर सिक्योरिटी के तरीके, साइबर हमले क्या हैं, Cyber Security Kya Hai in Hindi?, साइबर हमलों के कितने प्रकार होते हैं, साइबर सुरक्षा की परिभाषा क्या है, साइबर सुरक्षा क्यों आवश्यक है इत्यादि।
हम आशा करते हैं कि आपको यह लेख साइबर सिक्योरिटी क्या है? और साइबर सिक्योरिटी की परिभाषा क्या है? अच्छा लगा होगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
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